बीजांकुर न्याय/beejaankur nyaay

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

बीजांकुर न्याय  : पुं० [सं० वीजांकुर न्याय] तर्कशास्त्र में वह स्थिति जिसमें यह पता न चले कि दो तत्त्वों में से कौन किसका कारण या मूल है। जैसे—पहले बीज हुआ या वृक्ष अथवा पहले अंडा बना या चिड़िया।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ